20090130
50 हजार में स्विट्जरलैंड की सैर
भारतीय सैलानी स्विट्जरलैंड आने वाले विदेशी सैलानियों में टॉप टेन में शामिल हैं। अब तो स्विट्जरलैंड 25 देशों के बीच शेनजेन करार का हिस्सा है, इसलिए वहां के लिए अलग से वीजा लेने के लिए जरूरत नहीं है। भारतीय सैलानियों द्वारा स्विट्जरलैंड में बिताई जाने वाली रातों में 2006 के मुकाबले 2007 में 16 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है। भारतीयों के इस प्रेम को स्विट्जरलैंड के लोग भी महसूस कर रहे हैं। वहां के तमाम लोकप्रिय पर्यटन स्थल अब भारतीय रेस्तरां खोल रहे हैं, भारतीय शेफ रख रहे हैं और भारतीयों के लिए खास पैकेज पेश कर रहे हैं। स्विट्जरलैंड अब पर्यावरण के लिहाज से संतुलित पर्यटन की धारणा को बढावा दे रहा है और अपने यहां उस पर अमल भी कर रहा है। हाल ही में वहां दस नए नेचर पार्क खोले गए हैं। स्विट्जरलैंड की कल्पना हम करें तो बर्फ से लदी चोटियां, स्कीइंग, पहाडों पर चलने वाली ट्रेनें, हरी-भरी वादियां, कैसल जेहन में आते हैं।
20090106
अब सीसीडी का "कप ऑफ गुड होप"
'कैफे कॉफी डे भारत में कॉफी शॉप की विशालतम श्रृंखला है। 107 शहरों में 7 सौ से अधिक कैफे के माध्यम से लाखों युवाओं के संपर्क में आने वाले सीसीडी ने कप ऑफ गुड होप के नाम से नया प्रयास प्रारंभ किया है। कप ऑफ गुड होप-सीसीडी आपको आमंत्रित करता है कि आप आकर बेहतर कल और बेहतर भारत के लिए अपने सुझाव दें। यह प्रयास 10 जनवरी तक चलेगा। सीसीडी आपके द्वारा दिए गए विचारों सुझावों को एकत्रित कर देश के नेताओं तक पहुंचाएगा जिससे वांछित बदलाव लाया जा सके।
हाल में हुई आतंकी घटनाओं ने यह अच्छी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि बदलाव अत्यावश्यक है और इसके लिए हम बैठकर इंतजार नहीं कर सकते हैं। हमें निर्णय लेने व्यक्तियों पर दबाव डालना होगा कि वे भी समय की नजाकत को समझते हुए समय के साथ बदले। कैफे कॉफी डे की प्रेसीडेंट मार्केटिंग विदिशा नागराज ने कहा कि देशवासियों की मनोदशा से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि बदलाव की तत्काल आवश्यकता है। हमारा यह मानना है कि भविष्य युवाओं के हाथों में है सर्वश्रेष्ठ विचार भी वहीं से आते हैं। हमें इस बात की खुशी है कि इस प्रक्रिया में हम एक सकारात्मक योगदान दे रहे हैं, समस्याऐं खड़ी करने के बजाय समाधान प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे ग्राहक अपने विचारों को प्रस्तुत करने के इस अवसर का लाभ उठाएं और होने वाले इस अनिवार्य बदलाव का अंग बनें।