20100419

पावणों की बेकद्री


विश्व में राजस्थान को अतिथि देवो भव: के रूप में पहचाना जाता है। भारत के शेष प्रदेशों में राजस्थान पर्यटन के विकास को मॉडल के रूप में देखा जाता रहा है। उसी राजस्थान की शुष्क मगर स्नेहसिक्त मरू भूमि पर पावणों (पर्यटको) से दुव्र्यवहार अब आम सी बात हो गई है।

जनता द्वारा चुने गए पक्ष-विपक्ष के नेता व्यस्त रहते है। विधानसभा में एक दूसरे को आरोपित करने में। मोटी तन्ख्वाह पाने वाला कर्मचारी वर्ग रहता है अपनी मनमानी करने में। क्षेत्र विशेष के लोगों की राय को दरकिनार करते हुए राजस्थान की पर्यटन नीतियों के साथ खिलवाड़ जहां आम बात है, वहीँ स्मारकों को अपनी खाला का घर समझ कर मनमर्जी की तोड़ फोड़ करना एक प्रशासकीय रिवायत। राजधानी होने के नाते जयपुर को इन सब पीड़ाओं से अधिक रूबरू होना पड़ता है।

शासक और प्रशासक अपने आप में मदमस्त है और इधर जयपुर के होटल्स के बंद कमरों में रखे पर्यटकों के बैग से चोरियां हो रही हैं। हाथी सवारी के नाम पर हो या फिर शोरूमों में खरीददारी के नाम पर हमारे पावणे बदसलूकी का शिकार हो रहे हैं। बेकद्री का आलम इतना बढ़ गया है कि जिस पर्यटन व्यवसाय के चलते राजस्थान को विश्व भर में पहचान मिली है उसे अनाथ सा छोड़ दिया गया है। इस अनाथ हुए पयर्टन पर अब आतंककारियों की नजर भी टिक गई है।

पहले जोधपुर फिर उदयपुर के विश्वख्यात होटल्स को धमकी भरे ईमेल मिल रहे है। और हमारे शासक-प्रशासक किसी की शरारत बता इस महत्ती जिम्मेदारी से मूंह मोडऩे का इशारा दे चुके हैं। हालांकि सम्बन्धित होटल्स के प्रबन्धकों द्वारा अपने स्तर पर सावधानी विशेष व्यक्त का भरसक प्रयास जारी है लेकिन प्रशासकीय अनदेखी के चलते क्या यह पर्याप्त होगा। गौर करें मुम्बई की फिल्म इण्डस्ट्री में आतंक की घुसपैठ और शांति बनाए रखने के लिए निर्माताओं द्वारा आंतकियों से की गई सीक्रेट डीलर्स का खामियाजा भारत भुगत चुका है और कुछ हद तक अभी भी भुगत रहा है।

ठीक इसी तर्ज पर आतंककारी राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में घुसपैठ की फिराक में दिखाई दे रहे हैं। होटल्स प्रबन्धको व मालिकों को भेजी गई ई मेल्स पर खुलमखुल्ला सीक्रेट डीलर्स का निमन्त्रण दिया जा रहा है। और हमारा प्रशासन इसे मात्र शरारत बताकर नजरअन्दाज कर रहा है।सोचिए, मुम्बई की फिल्म इण्डस्ट्री की तरह आतंककारियों का निशाना बनने जा रही यहां की होटल इण्डस्ट्री यदि आतंकी कहर से बचने के लिए उनके द्वारा ऑफर की गई सीक्रेट डीलर्स को स्वीकार करती है तो राजस्थान के पर्यटन व्यवसाय का भविष्य क्या होगा...?

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