20171031

Art Jaipur, आर्ट जयपुर


खुलासा 'आर्ट जयपुर' का
कला बिरादरी में बड़े पैमाने पर होने जा रहा एक आयोजन खड़े होने से पहले ही क्यों ढह गया? कौन सी राजनीति ने इसे तबाह किया। कौन-कौन थे इस आयोजन के पीछे जानने के लिए जानिए मूमल का यह खोजी खुलासा।  
जयपुर के कला फलक पर देस-विदेस के कलाकारों के साथ व्यावसायिक स्तर का एक आयोजन करने के लिए पिछले वर्ष 2016 में एक पार्टनरशिप फर्म 'टर्कुइस एन्टरप्राइजेज' का गठन किया गया। इस फर्म में जयपुर की दिशेका जाखड़ और रुपिन रावत पार्टनर बने। इसका उल्लेख ट्रेड मार्क जर्नल में किया गया है। इसी फर्म का आयोजन था 'आर्ट जयपुर।'
कलाकारों व मीडिया या सम्बन्धित लोगों को आर्ट जयपुर की तरफ  से भेजी गई मेल में जो नाम सबसे पहले लोगों के सामने आया वह सुजाता घोषाल का था। मीडिया प्रभारी के रूप में गौरव व लोगो से सम्पर्क करने के लिए देशिका जाखड़ की पहल रही। इसके साथ ही नमिता जोसफ  का भी नाम था जो सिडनी निवासी एक क्रिएटिव राइटर ब्लॉगर हैं।
 आयोजनकर्ता एवं फर्म 'टर्कुइस एन्टरप्राइजेज' के पार्टनर के रूप में रुपिन रावत की ओर से कलाकारों को भेजी गई मेल में आयोजन में सम्मिलित होने के लिए कलाकारों द्वारा भरी जाने वाली एप्लीकेशन, नियम व कला प्रदर्शन के लिए दी जाने वाली स्टॉल के आकार व किराया राशि का उल्लेख था।
इस प्रपत्र में आर्ट जयपुर में भाग लेने वाले कलाकारों के रूप में जयपुर के अनेक कलाकारों के नाम शामिल किए गए थे। मूमल द्वारा इन कलाकारों से सम्पर्क करने पर अधिकांश ने इसकी जानकारी होने तक से इन्कार किया था। जबकि आयोजकों के अनुसार सभी ने उन्हें सहभागिता का आश्वासन दिया था।
कौन हैं? दिशेका जाखड़।

दिशेका जाखड़ जयपुर की एक युवा आर्ट कयूरेटर कही जा सकती हैें। कुछ समय पूर्व जयरंगम जैसे आयोजन में विज्युअल आर्ट के लिए किए जाने वाले प्रदर्शन में यह वरिष्ठ कलाकार विनय शर्मा के साथ सहयोगी के रूप में सक्रिय नजर आईं थीं। अकादमिक क्षेत्र में एल.एल.बी. की उपाधि के बाद ये इवेन्ट्स और खासकर आर्टवर्ड में अधिक सक्रिय हुई।
जो भी हो कला आयोजन के क्षेत्र में दिशेका जाखड़  ने एक साहसिक स्वप्र देखा। उसे साकार करने की दिशा में भी भरसक प्रयास किए, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता। आयोजन की विफलता के पीछे जिस राजनीति का उल्लेख किया जा रहा है, समय के साथ इस राजनीति और इससे जुड़े चेहरे भी बेनकाब होंगे। फिलहाल दिशेका जाखड़ शायद शॉक्ड है, इसलिए सच उजागर होने तक प्रतीक्षा करनी होगी।
प्रमुख सम्बद्ध:
किशोर शंकर चावला (आर्ट इन्फो इण्डिया)
आर्ट इन्फो इण्डिया पोस्पोण्ड हुए आयोजन आर्ट जयपुर का सहयोगी है।
आर्ट इन्फो इण्डिया गुडगांव में स्थिति है। जिसका गठन चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीएफए डिग्री प्राप्त किशोर शंकर चावला ने किया। आर्ट इन्फो इण्डिया का गठन कला के क्षेत्र में कार्य करने वालो को बढ़ावा देने और उनके सपनों के साकार करने के लिए किया गया है।
आर्ट इन्फो इण्डिया का कथन है कि 'हम कला के क्षेत्र में आर्ट गैलरी, नीलामी घरों, कला विद्यालयों / संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों, ऑनलाइन सेवाएं / वेबसाइट्स, कला प्रकाशन / पुस्तकें, कलाकारों और कला समाचार आदि में कला आयोजनों / प्रदर्शनियों, पुरस्कार / छात्रवृत्ति पर जानकारी भी प्रदान करते हैं।'
चित्रकार राधा बिनोद शर्मा
आर्ट जयपुर का एक और प्रमुख सहयोगी हैं आईएमए फाउण्डेशन के फाउण्डर चित्रकार राधा बिनोद शर्मा। यह वही आर्टिस्ट है जिसकी कृति पर बीते साल जयपुर आर्ट समिट में विवाद खड़ा किया गया था।
अन्य सम्बद्ध:
आर्ट जयपुर की ओर से जारी सहभागिता करने वाले कलाकारों की प्रथम सूचि में शामिल कुछ नामों के साथ ही जानकारों की ओर से संकेत मिलने लगे थे कि आयोजन में राजनीति के 'वायरस' एक्टिव हो सकते हैं। यह वायरस पूरे कला जगत के एक आयोजन को ही तबाह कर देंगे यह शायद आयोजकों ने नहीं सोचा होगा।

आर्ट जयपुर का आयोजन खटाई में
मूमल नेटवर्क।  29 अक्टूबर।  जयपुर में 2 नवम्बर से बड़े स्तर पर होने वाला आर्ट जयपुर का आयोजन खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। आयोजन के मीडिया प्रभारी के अनुसार इस संबंध में अगले एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट की जाएगी।
आयोजन के स्थगित होने का पहला संकेत जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी ग्राउण्ड में छाए सन्नाटे से मिला। जहां दो दिन बाद इतना बड़ा आयोजन होने वाला है वहां अभी तैयारी की कोई गतिविधियां नजर नहीं आ रही। आर्ट जयपुर की अधिकृत वेब साइट रखरखाव के नाम पर बंद कर दी गई है। उधर आयोजन की दो प्रमुख समन्वयकों को टेलीफोन 'नो रिप्लाय' वाले मोड पर है।
आयोजन के मीडिया प्रबंध से जुड़े गौरव ने फोन उठाया तो कहा कि कुछ राजनीतिक परिस्थियों मेें एकाएक हुए बदलाव के कारण हालात उनके नियंत्रण से बाहर हो गए हैं। ऐसे में आयोजन को फिलहाल स्थगित करना पड़ रहा है। इस संबंध में अंतिम रूप से अपने अधिकारियों से चर्चा करने के बाद ही स्थगन की पुष्ठि कर सकेंगे। साथ ही यह भी उम्मीद जताई गई है कि हालात में सुधार होने के बाद शीध्र ही यह आयोजन किया जाएगा।

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